- भाजपा तलाश रही कम सीटें आने का कारण
- सीएम मनोहर लाल ने पूर्व मंत्रियों के साथ चंडीगढ़ में की बैठक
- हार के कारणों का मंथन करने को भाजपा की कोर कमेटी की बैठक जल्द
चंडीगढ़. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में सरकार बनाने के बावजूद कम सीटें आने और मंत्रियों सहित 50 प्रत्याशियों के हारने का मंथन करेगी। शुक्रवार को सीएम मनोहर लाल ने पूर्व मंत्रियों के साथ चंडीगढ़ में अपने आवास पर बैठक की। सभी पूर्व मंत्रियों से फीडबैक लिया गया है। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला का कहना है कि जल्द ही पार्टी कोर ग्रुप की बैठक होगी, इसमें आगामी रणनीति बनाई जाएगी।
शुक्रवार को हुई बैठक अनौपचारिक थी, इसमें सीएम ने पूर्व मंत्रियों के साथ लंच पर चर्चा की है। दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि अब सीएम मनोहर लाल व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला हर जिले में पुराने वर्करों व चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें पार्टी को उम्मीद के अनुसार सीट न मिलने के कारणों का मंथन किया जाएगा।
12 मंत्रियों ने की शिरकत, बनाई आगामी रणनीति
पिछले पांच साल में हरियाणा में विभिन्न महकमों को देखने वाले 12 मंत्रियों ने बैठक में शिरकत की। सीएम मनोहर लाल की चंडीगढ़ स्थित कोठी पर हुई बैठक में जहां चुनाव में हार पर मंथन हुआ। वहीं भविष्य की रणनीति भी बनाई गई। किस तरह से आगामी समय में सरकार किन कार्यों काे प्राथमिकता देगी, यह भी मंथन हुआ। सीएम मनोहर लाल ने लंच के माध्यम से मंत्रियों की हार के जख्म भरने के प्रयास किए, वहीं अधिकांश मंत्रियों ने अपनी पीड़ा भी सीएम के सामने रखी। अधिकांश मंत्रियों ने हार के कारण भी गिनवाए। बैठक में पूर्व मंत्रियों समेत कंवरपाल गुर्जर, संतोष यादव, संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट मौजूद रहे।
अंदर की बात - पूर्व मंत्री कांबोज का हलका बदलने और धान खरीद सही न होने का उठा मुद्दा
पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री कर्णदेव कांबोज का हलका पहले इंद्री था, ठीक चुनाव से पहले उन्हें रादौर हलके से टिकट दिया गया। सूत्रों का कहना है कांबोज का हलका उनकी पसंद से नहीं बदला गया। उन्होंने इंद्री हलके में विकास कार्य कराया और चुनाव दूसरे हलके से टिकट दिया गया, रादौर हलके में हुए भीतरघात का मामला भी बैठक में उठा। कई पूर्व मंत्रियों ने बैठक में कहा कि प्रदेश की अनाज मंडियों में किसानों की फसलों की खरीद सही से नहीं हुई। सरकार का इस ओर सही तरीके से ध्यान नहीं दे पाई। इस कारण प्रदेश के किसानों की भी नाराज़गी भाजपा प्रत्याशियों पर भारी पड़ गई। यही नहीं लोगों को चुनाव के समय मोटे बिजली बिल भेजे जाने का मुद्दा भी बैठक में उठा। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा द्वारा सही ढंग से विपक्षी दलों पर अटैक नहीं कर पाने का मामला भी उठाया गया। पूर्व परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार ने कहा कि हम सब मिलकर चलेंगे। पार्टी को मजबूत करने का दायित्व सबका है।
शर्मा ने कहा: आरोप-प्रत्यारोप छोड़कर भविष्य के बारे में सोचें
बैठक के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने अपना राजनीतिक अनुभव दिखाया। उन्होंने कहा कि हमें किसी पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं करना चाहिए। अब हमें भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। हम सबका दायित्व है कि पार्टी को और मजबूत करें।
पूर्व मंत्रियों ने 75 सीटें पार के नारे पर उठाए सवाल, कइयों ने कहा-हम जमीनी हकीकत न जान पाए
बैठक में अधिकांश पूर्व मंत्रियों ने 75 से अधिक सीटें जीतने के नारे पर भी सवाल उठाए। कइयों ने कहा कि हम जमीनी हकीकत नहीं जान पाए। अधिकांश मंत्रियों ने कहा कि वर्करों पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया। वर्कर पार्टी की रीढ़ होते हैं, ऐसे में हमें भविष्य में भी ध्यान रखना चाहिए।